09/08/15

इबोला


(CNN)
इबोला वायरस का इतना डर क्यूं है? 
Medecins Sans Frontieres (MSF)
इबोला विश्व की भयानकतम संक्रामक बिमारियों में से एक है। क्योंकि इबोला रोगाणु-वायरस का तीव्र संक्रमण इससे संक्रामित 90% प्रतिशत लोगों की जान ले लेता है। अब तक इस वायरस का कोई टीका नहीं खोजा जा सका था।
इबोला वायरस के संक्रमण से रक्तस्रावी बुखार होता है। 
बुंडीबिग्यो, यूगांडा का एक प्रदेश जहाँ यह वायरस 2007 में खोजा गया, तथा सूडान और ज़ायरे वर्ग। ए

इबोला के लक्षण क्या हैं?
शुरूआती लक्षणों में अचानक से तेज बुखार. कमजोरी, माँसपेशियों में दर्द, सिर में तेज दर्द तथा खराब गला। 
यह प्रारंभिक लक्षण बाद में उल्टी, दस्त, कमजोर लीवरकिडनी और कभी कभी आंतरिक तथा बाह्य रक्तस्राव में बदल जाते हैं।
इलाज
ईबोला का कोई निर्घारित इलाज नहीं है। संक्रमण प्रभावित व्यक्ति को अलग-थलग रख कर इलाज शुरू किया जाता है।
क्या इस संक्रामक बीमारी के इलाज की कोई दवा है
दो अमेरिकी मिशनरी कर्मियों को ईबोला का संक्रमण होने पर ZMapp नामक प्रयोगात्मक दवा दी गई थी, जिसने उनकी  प्राणरक्षा की। 
यह दवा, जो एक सॅन डियेगो की कम्पनी ने बनाई थी, मनुष्यों पर परीक्षित नहीं थी, लेकिन बंदरों पर किये गए इसके परीक्षणों के अच्छे परिणाम प्राप्त हुए थे। 




(CNN) विश्व स्वास्थ्य संगठन की सूचना के अनुसार जानलेवा इबोला वायरस से बचाव का नव-विकसित टीका बहुत असरदार सिद्ध हुआ है, और इससे इस जानलेवा वायरस द्वारा वर्तमान तथा भविष्य में फैलने वाले संक्रमण से बचने में मदद मिलेगी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की विज्ञप्ति के अनुसार इसके प्राथमिक परीक्षण इस मार्च से अफ्रीकी देश 'ग्वीनिया' में शुरू किये गए थे, जो तीन वर्तमान संक्रमण पीड़ित देशों में से एक है। 
इसके आशानुकूल परिणाम आने पर तत्काल निर्णय लेकर संक्रमण के सभी संभावित व्यक्तियों को यह टीका लगाया गया जो संक्रमित रोगी के संपर्क में आए थे। सिंगल डोज़ या ऐकल खुराक के इस टीके का नाम VSV-EBOV वेक्सीन है। सभी स्वास्थ्य कर्मियों तथा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क घेरे रिंग में  आए हुए लोगों का टीकाकरण किया  गया है। अभी तक के परिणाम 100% रहे हैं, हालांकि अभी और अण्वेषण रिसर्च की आवश्यकता है।

http://edition.cnn.com/2015/07/31/health/guinea-ebola-vaccine/index.html


June 3, 2020 -- The United Nations Children's Fund said Monday that five people have died of Ebola in a new outbreak in the Democratic Republic of Congo (DRC), CNN reported Tuesday.
One of the dead was a 15-year-old girl and a total of nine cases have been reported.
"Four additional people who contracted the virus -- all contacts of the deceased and including the child of one of the fatal cases -- are being treated in an isolation unit at the Wangata Hospital in Mbandaka," UNICEF said in a statement.
"The deaths occurred between the 18th and 30th of May but they were only confirmed as Ebola-related yesterday."
It's the DRC's 11th outbreak of Ebola. The country is still coping with an outbreak that began in 2018 and killed more than 2,200, CNN said.
"The announcement comes as a long, difficult and complex Ebola outbreak in eastern Democratic Republic of the Congo is in its final phase, while the country also battles COVID-19 and the world's largest measles outbreak," the World Health Organization said in a statement.
The DRC has reported nearly 3,200 cases of coronavirus and 72 deaths and nearly 370,000 cases of measles with nearly 6,800 deaths since 2019, CNN reported.

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