एवियन फ्लू H5N1
बर्ड फ्लू क्या है ?
बर्ड फ्लू या एवियन इंन्फ्लूऐंजा एक विषाणु संक्रमण है जो एक पक्षी से दूसरे पक्षी में फैलता है, तथा पक्षियों में प्राणघातक है। वर्तमान काल में बर्ड फ्लू के विषाणु की एक प्राणघातक श्रृंखला H5N1, मिश्र तथा एशिया के कुछ भूभाग में, लगातार पोल्ट्री फॉर्म्स में फैल रही है।
H5N1 वायरस श्रृंखला तीव्र रोगजनक है तथा अधिकतर पक्षियों के लिए प्राणघातक है। मनुष्य तथा अन्य स्तनपाई जिन्हें इस विषाणु का संक्रमण पक्षियों, जैसे मुर्गी या बत्तख से हो जाता है, उनके लिए भी यह घातक है। सन् 1997 में सामने आए H5N1 से संक्रमण के प्रथम प्रकरण से लेकर अब तक, इस विषाणु संक्रमण से ग्रसित मनुष्यों में से 60 प्रतिशत रोगी कालकवलित हुए हैं।
किन्तु अन्य मानव फ्लू विषाणु की तरह, H5N1 बर्ड फ्लू का प्रसारण एक से दूसरे मनुष्य में आसानी से नहीं होता। मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण के दुर्लभ प्रकरण में अतीव सामीप्य आवश्यक है, जैसे कि अपनी संक्रमित संतान की देखभाल करने वाली माता का संक्रमित होना।
देशांतर करते जलपक्षी, जैसे जंगली बत्तखें H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु की नैसर्गिक वाहक हैं। यह माना जाता है कि H5N1 संक्रमण जंगली बत्तखों से पालतू मुर्गियों में फैलता है।
अब जबकि H5N1 विषाणु का संक्रमण जंगली पक्षियों, शूकरों तथा पालतू गर्दभों में प्रसारित हो चुका है, इसका मूलोच्छेदन असंभव नहीं, लेकिन मुश्किल अवश्य है। सन् 2011 की रिपोर्ट के अनुसार H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु का संक्रमण छह देशों में अपनी जड़ें जमा चुका है- बाँग्लादेश, चीन, मिस्र, भारत, इण्डोनेशिया तथा वियतनाम।
मनुष्यों में H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु का संक्रमण कैसे होता है ?
पक्षियों तथा पक्षियों की बीट से नजदीकी संपर्क ही मनुष्यों के H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु से संक्रमित होने का कारण है। विभिन्न संस्कृतियों के अनुसार ही यह नजदीकी संपर्क परिभाषित होता है।
संक्रमित पक्षियों को उठाते समय या उन्हें साफ करते हुए कुछ मानवों में H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु का संक्रमण हुआ है। चीन में, रिपोर्ट के अनुसार जीवित पक्षी बाजार में वातावरण में विद्यमान H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु से संक्रमण हुआ। कई व्यक्तियों को पक्षियों की बीट युक्त पानी में स्नान करने तथा तैरने के फलस्वरूप संक्रमण हो गया, वहीं बहुतों को मुर्गों की लड़ाई से बीच इस विषाणु ने जकड़ लिया।
पूर्णतः पके हुए चिकन तथा अँडे को खाने से H5N1 बर्ड फ्लू विषाणु से संक्रमण नहीं हुआ।
एकाधिक प्रकरणों में ही मानव से मानव में संक्रमण देखा गया है, लेकिन वह भी अंतरंग निकटता के फलस्वरूप। अब तक मनुष्यों से मनुष्यों में लगातार संक्रमण का कोई भी प्रमाण नहीं है।
http://www.webmd.com/cold-and-flu/flu-guide/what-know-about-bird-flu#1
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